Meri DuniyaN: दोहे: दोहे दुखियारे घर घर बसे,कोउ न देखन जाय । देखन उनको जाये जो ,कोटिक आशिष पाय ॥ देख जगत की नीति मैं ,खडी -खडी बौराउँ। हेरफेर की रीति ...
पा पा पा पा पापा तुम स्वरूप दाता माते का सिंदूर हो पापा तुम अन्नदाता मेरा जीवनाधार हो पापा तुम परिवार के भाग्य विधाता हो पापा तुमने पा मुझको अपने को खोया बीज जैसा बो बड़ा किया मुझको। भुला कर आपा अपना नेकी का मार्ग दिखाया एक सुखद सा अहसास कराया, पापा सुखी हुए तुम बेटी खुश देख, पापा तुम मेरी खुशी की अभिव्यक्ति हो। पापा तुम व्याकुल व्यथा मेरे मन की बैचेनी हो छोटी जब थी तो सत्यता सदाचार का पाठ तुमने पढाया इन्साफ से जीना भी तुमने सिखाया। आज तुम नही वो दुलार याद आता है, स्नेहमयी छायामयी साया साथ रहता है डॉ मधु त्रिवेदी
Meri DuniyaN: Meri DuniyaN: Meri DuniyaN: Meri DuniyaN: Meri Dun... : Meri DuniyaN: Meri DuniyaN: Meri DuniyaN: Meri DuniyaN: Meri Dun... : Meri DuniyaN: Meri DuniyaN: Meri DuniyaN: Meri DuniyaN: Meri Dun... : ... रेत के महल रेत के महल ढहने से पहले कुछ आहट देते है पर इश्क का अहसास पलने से पूर्व ही ढह जाता है लाख काजल लगाओ पर फिर भी कमबख्त दुनियाँ उजाड़ने में इसको वीर समझती है
टिप्पणियाँ
एक टिप्पणी भेजें