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Meri DuniyaN: तुम कोन हो ?क्या लिखूँ ना लिखूँमन कुछ कह जाता ह...

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Meri DuniyaN: तुम कोन हो ? क्या लिखूँ ना लिखूँ मन कुछ कह जाता ह... : तुम कोन हो ? क्या लिखूँ ना लिखूँ मन कुछ कह जाता है हाल पूछूँ चाल पूछूँ कैसे बात शुरू करूँ बोलो तुम कोन हो ? लिखने तो बहुत है भावों...
तुम कोन हो ? क्या लिखूँ ना लिखूँ मन कुछ कह जाता है हाल पूछूँ चाल पूछूँ कैसे बात शुरू करूँ बोलो तुम कोन हो ? लिखने तो बहुत है भावों में तो तुम हो साँसों की सरगम तुम विचार बन जाते तुम बोलो तुम कोन ? शब्द भी मौन है गान भी  सिसकता वाणी में है विश्राम और लेखनी बताओ बोलो तुम कोन हो ?
धरती धरती खोजूँ मंदिर मंदिर खोजूँ खोजा मैने सब ओर मिला ना कोई राम खोजू मैं गंगासागर खोजूँ मैं काशी दरवार खोजा मैंने इसओर जाऊ ना कोऊ धाम श्याम रंग मे रांगी ऱगी रंग मे जोगिन खोजा मैने चहुँ ओर पाऊ ना कोऊ दाम खोजूँ मै कावा कैलाश खोज करू  हरि द्वार खोजा मैने मन मोर जापूँ मैं हर शाम