संदेश

2018 की पोस्ट दिखाई जा रही हैं

Meri DuniyaN:

आदमी आदमी मुक्त परिंदा नहीं हाव औ भाव में सीधा नहीं जो अड़ा बात अपनी रहे वो किसी की न सुनता नहीं झेलता दर्द इतना यहाँ सामने आज रोत.

Meri DuniyaN: Meri DuniyaN: Meri DuniyaN: Meri DuniyaN: Meri Dun...

आदमी आदमी मुक्त परिंदा नहीं हाव औ भाव में सीधा नहीं जो अड़ा बात अपनी रहे वो किसी की न सुनता नहीं झेलता दर्द इतना यहाँ सामने आज रोत...